अपने पिता के नाम से स्कूल के कमरे का किया नामकरण
विदिशा/ सिरोंज। शिक्षा के मंदिर में छात्राओं के बीच में डांस करने का वीडियो वायरल होने के बाद कन्या शाला सिरोंज (विदिशा) स्कूल प्राचार्य मनोज शर्मा को कलेक्टर के निर्देश पर जिला शिक्षा अधिकारी के द्वारा नोटिस जारी करके वीडियो के संबंध में स्पष्टीकरण मांगा है। प्राचार्य मनोज शर्मा ने गलती स्वीकारते हुए कहा कि उत्साह में मेरे हाथ उठ गए। उक्त आयोजन में बच्चियों ने मेरी पत्नी को बुला लिया। मैं तो मीटिंग से आया और इन्होंने मेरी पत्नी को बुला लिया”। साथ ही इनके द्वारा एक कक्ष को अपने पिता के नाम से उसका नामकरण आदर्श शिक्षक पंडित श्री जगदीश प्रसाद शर्मा सभा कक्ष करना और भी भारी पड़ रहा है।
पूरा मामला यह है कि सिरोंज के कन्या विद्यालय में एक वर्ष पहले पहली बार प्राचार्य बने मनोज शर्मा के इस विद्यालय मे 1 वर्ष पूरे होने की खुशी में वर्षगांठ मनाई गई। विद्यालय प्रांगण में सरकारी खर्चे पर राजा रजवाड़ो की तरह भव्य जलसे का आयोजन हुआ। जिसमें ढोल नगाड़ों के साथ पुष्पवर्षा करती हुई छात्राओं ने स्वागत, बंदन और अभिनंदन किया और फिर पूरे उत्साह एवं जोश में आए तथाकथित महाराज प्राचार्य मनोज शर्मा ने खुलकर अपनी पत्नी के साथ डांस उत्सव मना कर पूरे शिक्षा जगत को शर्मसार किया। इस रंगारंग ड्रांस का वीडियो तेजी से वायरल हो गया। इसी के साथ इनका दूसरा मामला यह है कि प्राचार्य शर्मा द्वारा शासकीय कन्या विद्यालय के एक कक्ष का नामकरण अपने पिता के नाम पर कर डाला। खुद को स्थानीय विधायक उमाकांत शर्मा के खासम् खास होने का दावा करने वाले प्राचार्य शर्मा ने यह संदेश दिया है कि सिरोंज के असली लोकनायक और आदर्श पुरुष इनके पिता पं.जगदीश प्रसाद शर्मा है न कि पूर्व मत्री लक्ष्मीकांत शर्मा जी।
अमर्यादित आयोजन से शर्मसार हुआ शिक्षा जगत..
इस तरह का आयोजन कन्या शाला स्कूल में पहली बार देखने को मिला है जिस पर सब हैरान रह गए। इस पर तमाम तरह की तीखी प्रतिक्रियाओं मे विधायक पर भी कटाक्ष किये जा रहे है। शिक्षा के मंदिर में सरकारी पैसे का दुरुपयोग करने का काम खुलेआम किया जा रहा है और पिता के नाम पर कक्ष का नामकरण करना इनकी गुस्ताखी और तानाशाही की पराकाष्ठा है। इस मुद्दे पर युग क्रांति संपादक ने स्थानीय विधायक, कलेक्टर, संभागीय संयुक्त संचालक एवं जिला शिक्षा अधिकारी से विस्तार पर्वक चर्चा की।
इनका कहना है..
इस घटना को बेहद गंभीरता से मैंने लिया है जिसमें मैंने कलेक्टर को निष्पक्ष जांच करते हुए दोषी को दंडित करने के लिए बोला है…. उमाकांत शर्मा, विधायक सरोंज
इस आयोजन और वीडियो के मिलते ही मैंने तत्काल जांच के लिए जिला शिक्षा अधिकारी को निर्देशित कर दिया लेकिन प्राचार्य द्वारा कक्ष के नामकरण के संबंध में जानकारी नहीं थी जो मुझे आपके माध्यम से मिली है इस पर भी एक्शन लिया जाएगा…. रोशन सिंह ठाकुर, कलेक्टर- विदिशा
इस कार्यक्रम और इसका वायरल हुआ वीडियो की जानकारी मुझे डीईओ से मिली मगर कक्ष के नामकरण का मामला आपके माध्यम से संज्ञान में आया है। इस तरह से नामकरण करना तब संभव होता है जब किसी के द्वारा जिला पंचायत एवं कलेक्टर से अनुमोदन के उपरांत स्वयं के खर्चे पर कोई कक्ष बनवाया गया हो। प्रिंसिपल शर्मा के द्वारा ऐसा करवाना बहुत ही अनैतिक और असंवैधानिक है। मैं खंड शिक्षा अधिकारी को बोलकर इस मामले को भी जांच में शामिल करने के लिए बोलता हूं.. अरविंद कुमार चौर्गेडे , संयुक्त संचालक, संभाग-भोपाल
कलेक्टर साहब ने तत्काल मुझे जांच के लिए बोला था जिसकी जांच मेरे द्वारा खंड शिक्षा अधिकारी सोनी से कराई जा रही है, पिता के नाम पर स्कूल के कमरे का नामकरण की मुझे जानकारी नहीं थी मगर अब मैं कल ही इसे स्वयं दिखवाता हूं… आरके ठाकुर जिला शिक्षा अधिकारी विदिशा