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परीक्षा सिर पर होने के बावजूद अन्यत्र अटैच है सैकड़ो शिक्षक, आयुक्त के आदेश की लगातार अवहेलना

रतलाम, छिंदवाड़ा एवं नीमच सहित तमाम जिलों में पालन नहीं हो रहा है संलग्नीकरण खत्म करने का आदेश..
रतलाम जिला में तकरीबन 70 शिक्षक साक्षरता कार्यक्रम में एवं 30 अन्य कार्यालय में संलग्न है..

बृजराज एस तोमर भोपाल। परीक्षाओं एवं अन्य आवश्यक व्यवस्थाओं को मध्येनजर म प्र लोक शिक्षण आयुक्त शिल्पा गुप्ता ने दिनांक 22.7.2024 को जारी पत्र एवं दिनांक 23.12.2024 को वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से सभी संवर्ग के शिक्षकों का अटैचमेंट तत्काल समाप्त करने के क्रम में शख्त आदेश किये मगर प्रदेश के मुखिया के आदेश के अनुपालन में जिला, ब्लॉक एवं संकुल स्तर पर लगातार लापरवाही बरती जा रही है।
अकेले रतलाम जिला में ही तकरीबन 70 शिक्षक साक्षरता कार्यक्रम में एवं 30 अन्य कार्यालय में अटैच है। प्रभारी बी आर सी सी रतलाम प्रणव द्विवेदी जो कि संस्कृत विषय के उ.मा. शिक्षक है। इनकी पदस्थापना शा.हायर सेकंडरी स्कूल पलसोडी में है, ये पिछले एक वर्ष से निर्वाचन कार्यालय में अटैच थे और अब व्यवस्था स्वरूप अटैचमेंट के रूप में प्रभारी बीआरसीसी बने हुए है। इनका वेतन उनकी मूल संस्था से ही आहरण हो रहा है। इनका अटैचमेंट आदेश जिला सीईओ द्वारा किया गया है जिसे निरस्त नहीं किया गया है। श्री द्विवेदी ना तो प्रतिनियुक्ति पर है और नहि बीआरसीसी की परीक्षा उत्तीर्ण है फिर भी इनको व्यवस्था स्वरूप अटैच किया जाना पूरी तरह नियम विरुद्ध है। इसी क्रम में रतलाम के आलोट विकासखंड में राजेश कुमावत बालक ताल में व्यवस्था स्वरूप जनशिक्षक, शा.एकीकृत मा.वि.जहानाबाद से शिक्षक राहुल जिनगर को शा.मा.वि.जीवनगढ़,शा.हाई स्कुल पंथ पिपलोदा से कोदर सिंह मईडा को संकुल प्राचार्य के पद पर शा. हाई स्कुल विक्रमगढ़, शा.मा.वि. जीवनगढ़ से निर्भय सिंह परिहार को सीएम राइज स्कुल आलोट, शा प्रा वि खजुरी सोलकी से शिक्षक श्यामलाल निनामा संकुल केंद्र विक्रमगढ़, शा प्रा वि आक्या से शिक्षक विक्रम परमार संकुल केंद्र विक्रमगढ़, कन्या संकुल केंद्र ताल से लिपिक सुरेंद्र सिंह सोलंकी संकुल केंद्र विक्रमगढ़ में अटैच हैं। इनके अलावा कई शिक्षक निर्वाचन विभाग में बीएलओ का कार्य कर रहे है जो कि अपने विद्यालय में शैक्षणिक कार्य नहीं कर रहे हैं जबकि बीएलओ का कार्य विद्यालय समय के बाद अथवा अवकाश के दिनों में करने का आदेश है जिसका अलग से मानदेय दिया जाता है। रतलाम शहर के सूरजपोल विद्यालय के कुल 5 शिक्षकों में से 2 शिक्षक बीएलओ बने हुए हैं और एक शिक्षक साक्षरता कार्यक्रम में ब्लाक साक्षरता सह समन्वयक के पद पर अटैच है।
इसी तरह स्कूल शिक्षा विभाग के मोहखेड़ विकासखंड में तमाम शिक्षक अपनी मूल शाला छोड़कर प्रभारी बने घूम रहे हैं । जिनमें सुभाष डोंगरे प्राथमिक शिक्षक मूल संस्था गोविन्द‌वाडी माल से सीएसी बनकर घूम रहे है और अपनी शाला में इसने दूसरी शाला के प्राथमिक शिक्षक शंम्भू मरकाम को अटैच करवा रखा है। सुखदेव ऊईके प्राथमिक शिक्षक निलम्बित होने के बावजूद मोहनखेड़ विकासखंड में एमएम डी प्रभारी बना हुआ है और मध्यान्ह भोजन बनाने वाले को परेशान करना इसका मुख्य पेसा है। साथ ही सोनू कुमरे प्राथमिक शिक्षक को पिपलगांव, भरतद्वाज सिगारे प्राथमिक शिक्षक को मूल शाला से बोरगांव एवं जेएसके प्रभारी पंवार की पत्नी अपने घर के पास की शाला में अटैच है।
नीमच जिला में विष्णु सेन प्रावि कन्या खेड़ी एवं मनोज त्रिवेदी प्रावि कुंडला जनशिक्षा केंद्र नयागांव को निर्वाचन शाखा जावद जिला नीमच में लंबे समय से अटैच हैं। रामलाल धाकड़ जन शिक्षक जनशिक्षा केंद्र सिंगोली को लंबे समय से शा.कन्या मावि भवन पश्चिम भाग सिंगोली भाग संख्या 13 में बीएलओ बना रखा है जबकि वह कई बार हटने के लिए आवेदन दे चुका है फिर भी कार्यमुक्त नहीं किया जा रहा है।

उपरोक्त अनुसार अन्य कई जिलों में लोक शिक्षण आयुक्त श्रीमती गुप्ता के आदेश के विपरीत एवं नियम विरुद्ध अटैचमेंट का सिलसिला जारी है। जिसके चलते शिक्षकों के अभाव में छात्रों की पढ़ाई में भारी नुकसान हो रहा है क्योंकि अन्यत्र अटैच शिक्षक का वेतन आहरण उसकी मूल संस्था से आहरण होता है। ऐसी स्थिति में मूल शिक्षक के रूप में रिक्त स्थान की जगह पर अतिथि शिक्षक को भी नहीं रखा जा सकता है। अतेव बच्चों के भविष्य को ध्यान में रखते हुए शिक्षा विभाग के आयुक्त का आदेश पालन होना नितांत आवश्यक है।