आरटीओ बैरियल खवासा की शर्मसार घटना के दोषी चेकप्वाइंट प्रभारी उइके को पुनः प्रभार क्यों !

जांच में चेकप्वाइंट प्रभारी आरटीआई उइके और टीएसआई गोखले के दंडित होने के आसार..

ग्वालियर 12 जुलाई 2025। यूं तो मध्यप्रदेश के परिवहन विभाग को सुर्खियों में रहना एक आम बात है मगर पिछले माह खवासा बेरियल पर वसूली कर रहे परिवहन कर्मी/प्राइवेट कटर की ड्राइवर द्वारा बांधकर पिटाई करने के मामले ने विभाग के मुंह पर कालिख पोत दी। भले ही परिवहन आयुक्त ने इस घटना के लिए जिम्मेदार चेकपोइंट प्रभारी को आनन-फानन में तत्काल प्रभाव से मुख्यालय अटैच कर दिया था मगर इसका दुबारा यही प्रभारी बनना विभाग के मुंह पर तमाचा है !

गौरतलब है कि पिछले माह 11 जून को सिवनी जिला अंतर्गत एमपी- महाराष्ट्र बॉर्डर पर स्थित खवासा आरटीओ चेकपॉइंट पॉइंट पर वसूली को लेकर परिवहन विभाग और ड्राइवरों के बीच जमकर हंगामा हुआ। बढ़ते हंगामा को देख चेकप्वाइंट प्रभारी आरटीआई जेपी उईके और टीएसआई मीनाक्षी गोखले अपने-अपनेआरटीओ खवासा बेरियल वाहनों द्वारा मौका स्थल से भाग गए मगर पुलिस की वर्दी में तैनात एक वसूलीकर्ता को ड्राइवर ने दबोच लिया और उसकी ट्रक से बांधकर जमकर पिटाई की। शर्मनाक इस हादसे के वीडियो वायरल होते ही परिवहन आयुक्त विवेक शर्मा ने तत्काल प्रभाव से घटना के जिम्मेदार प्रभारी जेपी उईके को मुख्यालय अटैच कर दिया मगर इस प्रभारी ने यही दोबारा से प्रभार ग्रहण कर लिया। सूत्रों अनुसार प्रभारी उइके ने हाई कोर्ट में शरण लेकर मौका-ए-दिन स्वयं को छुट्टी पर होना बताते हुए पद पर बने रहने का स्थगन आदेश प्राप्त किया। मौका ए वारदात पर उनकी उपस्थिति अथवा अनुपस्थित तो जांच से स्पष्ट हो जाएगी लेकिन टीएसआई मीनाक्षी गोखले की मौजूदगी कई कैमरों में कैद है।

विभाग के उपायुक्त (शिकायत) किरण शर्मा ने बताया कि इसे हाईकोर्ट से स्टे लेने के आधार पर दोबारा प्रभार मिला है। हाईकोर्ट के निर्णय पर कुछ किया नहीं किया जा सकता मगर इसकी जांच चल रही है जो इसी सप्ताह कंप्लीट हो जाएगी, उसके बाद दोनों दोषियों को दंड अवश्य मिलेगा। उपायुक्त शर्मा ने बताया कि घटना की रिपोर्ट में बताया गया है कि पुलिस की वर्दी में जिस व्यक्ति की पिटाई हुई है वह पास में स्थित बघीरा ढाबा का सिक्योरिटी गार्ड है जो उस दिन यहां बस का इंतजार कर रहा था जिसके चलते ड्राइवरों के लपेटे में आ गया।

बता दें कि यह बैरियल परिवहन विभाग के तथाकथित खलीफा वीरेश तुमराम के ठेके/अधिपत्य का है जिस पर प्रभारी के तौर पर आरटीआई जेपी उईके इसके डमी कैंडिडेट हैं, लिहाजा देखने वाली बात यह होगी कि जांच की निष्पक्षता में किसका रहता है प्रभाव और किसका जाता है प्रभार !