कल 24 जुलाई को अगर नहीं मिलने दिया गया तो 26 जुलाई को एनएसयूआई विश्वविद्यालय बंद का ऐलान करेंगी..
भोपाल 23 जुलाई 2025। बरकतउल्ला विश्वविद्यालय, भोपाल में व्याप्त अनियमितताओं, अव्यवस्थाओं और छात्रों की समस्याओं को लेकर अब संघर्ष अपने निर्णायक मोड़ पर पहुंच गया है।
आज उस समय विवाद खड़ा हो गया जब विश्वविद्यालय प्रशासन ने NSUI प्रतिनिधियों और छात्र-छात्राओं को विश्वविद्यालय में मूल्यांकन के लिए आई NAAC टीम से मिलने से रोक दिया। इब दौरान भारी पुलिस बल भी तैनात किया गया NSUI जिला अध्यक्ष अक्षय तोमर ने बताया कि विश्वविद्यालय के कुलगुरु और रजिस्ट्रार ने छात्रों और संगठन के नेताओं को गेट पर ही रोक दिया और नैक टीम से संवाद का कोई अवसर नहीं दिया। विश्वविद्यालय के पूर्व छात्रों का एक प्रतिनिधिमंडल मुलाकात करना चाहता हम भी इसी विश्वविद्यालय के पूर्व छात्र हैं हम सभी भी यहां चाहते हैं कि हमारे विश्वविद्यालय A+ ग्रेड मिले । हम नैक टीम के सदस्यों से मुलाकात कर उनका स्वागत करना चाहते थे लेकिन विश्वविद्यालय प्रशासन ने मिलने नहीं दिया ।
इसका NSUI द्वारा जोरदार विरोध किया गया, जिसके बाद भारी दबाव के चलते विश्वविद्यालय प्रशासन ने कल नैक टीम से मुलाकात का मौखिक आश्वासन दिया है।
एनएसयूआई प्रदेश उपाध्यक्ष रवि परमार ने कहा कि यह बेहद दुर्भाग्यपूर्ण है कि विश्वविद्यालय प्रशासन सच छुपाकर नैक टीम को गुमराह करना चाहता है। छात्रों की आवाज़ को दबाया जा रहा है। हमने स्पष्ट कर दिया है कि यदि कल हमें नैक टीम से मिलने नहीं दिया गया, तो 26 जुलाई को विश्वविद्यालय बंद किया जाएगा। हम छात्रों के साथ अन्याय नहीं होने देंगे।”
NSUI जिला अध्यक्ष अक्षय तोमर ने कहा कि “हमारे छात्र साथियों को आज गेट से ही लौटा दिया गया। प्रशासन जानबूझकर नैक टीम को असलियत से दूर रख रहा है। NSUI इसे किसी भी हाल में बर्दाश्त नहीं करेगी। छात्रों की आवाज़ अगर नहीं सुनी गई, तो हम जिले भर में विरोध तेज करेंगे।”
गैर तकनीकी विंग अध्यक्ष आशीष शर्मा ने कहा कि “बी.यू.आई.टी. और फार्मेसी विभागों में वर्षों से AICTE और PCI के मानक पूरे नहीं हो रहे हैं। स्टाफ की भारी कमी है, कोर्स अतिथि शिक्षकों के भरोसे हैं। हम चाहते थे कि ये बातें नैक टीम को बताएँ, लेकिन प्रशासन ने संवाद का मौका ही नहीं दिया।”
बरकतउल्ला विश्वविद्यालय NSUI अध्यक्ष विकास ठाकुर ने कहा कि “विश्वविद्यालय की असल स्थिति बेहद दयनीय है। छात्रों को बुनियादी सुविधाएं तक नहीं मिल रही। पुस्तकालय, कैंटीन, छात्रावास – सब बदहाल हैं। प्रशासन नैक टीम को सिर्फ दिखावा दिखा रहा है। हम संघर्ष से पीछे नहीं हटेंगे।”
NSUI की प्रमुख मांगें..
छात्रों एवं छात्र नेताओं को नैक टीम से मिलने का अवसर दिया जाए। विश्वविद्यालय की असल स्थिति नैक टीम को दिखाई जाए। नैक मूल्यांकन प्रक्रिया को पारदर्शी और निष्पक्ष बनाया जाए। विश्वविद्यालय प्रशासन द्वारा छात्रों की आवाज दबाने पर तत्काल रोक लगे।
NSUI ने चेतावनी दी कि यदि 24 जुलाई को भी NSUI प्रतिनिधियों और छात्रों को नैक टीम से मिलने नहीं दिया गया, तो NSUI 26 जुलाई को विश्वविद्यालय बंद का आह्वान करेगी। सभी विभागों, लाइब्रेरी, प्रशासनिक भवन और गेट पर ताले लगाए जाएंगे। इस आंदोलन की पूर्ण जिम्मेदारी विश्वविद्यालय प्रशासन की होगी।