इंदौर से आई हुई बिटिया, जो खुद गवर्नमेंट टीचर हैं, उनके माता-पिता इंदौर में पॉलिटिशियन रहे हैं। उन्हें रुमेटाइड ऑर्थोराइटिस, डायबिटिक, हाइपरटेंसिव और कार्डियक समस्याएं थीं। उनकी बाइट पूरी तरह से कोलैप्स हो चुकी थी और इंप्लांट की संभावनाएं लगभग ना के बराबर थीं।
हमारी टीम ने उनका सीबीसीटी स्कैन कर और थ्री डी मॉडल पर उन्हें समझाया। हमने सिंगल सिटिंग रूट कैनाल, जिंजर वैक्टोमी, गम सर्जरी और पोस्ट एंड कोर करके हर टीथ बनाए। इसके बाद टेम्परेरी क्राउंस दिए गए।
डेनेशिया गेस्ट हाउस में उन्हें ठहराया गया, जहां डेनेशिया की व्हीकल्स उन्हें लेने जाती थीं और डेनेशिया रेस्टोरेंट का उन्होंने आनंद लिया। आज, जब उनकी स्माइल पूरी तरह से बदल गई है, तो इसका श्रेय हमारी टीम की होनहार डॉक्टर गरिमा शर्मा और डॉक्टर समर खान को जाता है। वैष्णवी डेंटल लैब ने भी बखूबी काम किया।
इस कॉम्प्लेक्स ट्रीटमेंट को कुछ ही दिनों में पूरा करने के लिए मैं डॉक्टर गरिमा शर्मा को बधाई देता हूँ। डेनेशिया की टीम ने एक बार फिर से साबित किया है कि मरीजों की संतुष्टि ही हमारी सबसे बड़ी प्राथमिकता है।