hacklink al
jojobet girişjojobetjojobetjojobet girişjojobetjojobet girişjojobet girişjojobet girişjojobetjojobet girişjojobetjojobet girişjojobetjojobet girişjojobetjojobet girişjojobetjojobet girişjojobetjojobet girişjojobetjojobet girişholiganbetjojobetjojobet girişjojobetjojobet girişjojobetjojobetjojobet girişjojobetjojobet girişholiganbetholiganbet girişpadişahbetpaşacasinograndpashabetjojobetjojobet girişcasibom girişcasibom girişcasibom girişcasibom girişkralbetkingroyalmatbetmatbet girişmatbet güncel girişmatbetmatbet girişmatbet güncel girişholiganbetholiganbet girişholiganbet güncel girişholiganbetholiganbet girişholiganbet güncel girişholiganbet girişnakitbahisnakitbahis girişnakitbahisnakitbahis girişnakitbahisnakitbahis girişmatbetmatbet girişcasibomcasibom girişholiganbetholiganbet girişholiganbet güncel girişholiganbetholiganbet girişholiganbet güncel girişcasibomcasibom girişjojobetjojobet girişpusulabetpusulabet giriş

कहा-दौलत के शौकीन लोग,कभी वफादार नहीं हो सकते,इन्हें राजनैतिक वैश्या कहना ही उचित होगा

कांग्रेस के दलबदलुओं को लेकर मीडिया विभाग के अध्यक्ष के.के.मिश्रा की तल्ख टिप्पणी

भाजपा कुछ दिनों बाद हाथ ठेला लगाकर गली – गली आवाजें लगाएगी भाजपा ज्वाइन कर लो और बाद में इन्हें सड़े टमाटर जैसा फेंक देगी

भोपाल,15 मार्च,2024। मप्र कांग्रेस मीडिया विभाग के अध्यक्ष के.के.मिश्रा ने कांग्रेस छोड़कर भाजपा में प्रवेश करने वालों को लेकर तल्ख टिप्पणी की है, बाकायदा आज जारी अपने अधिकृत बयान में उन्होंने इसे लोगों पर तीखा हमला बोलते हुए यहां तक कह डाला कि “दौलत के शौकीन लोग कभी वफादार नहीं हो सकते, ऐसे लोग दरअसल राजनैतिक वेश्याओं के ही समान हैं”?

मिश्रा ने कहा कि राजनीति में दो तरह के लोग होते हैं, एक वे जो पार्टी से भी बड़ी उसकी विचारधारा को समर्पित होते हैं, जिनकी पार्टी को भी जरूरत होती है। दूसरे वे जिन्हें पार्टी की जरूरत होती है,ताकि वे अपने राजनैतिक, पारिवारिक और आर्थिक हितों को साध सकें! आज वे ही लोग पार्टी और विचारधारा को छोड़ कर अंधेरी खाई में गिरने जा रहे हैं, उनका कल क्या हश्र होगा शायद वे अनभिज्ञ हैं? उन्होंने यह भी कहा कि जो विचारधारा देश और अपनी ही पार्टी के नेताओं की नहीं हुई,वह ऐसे दलबदलुओं की क्या होगी?

मिश्रा ने कहा कि भाजपा का ग्राफ अब धीरे – धीरे उतार पर है, इंडिया गठबंधन और इसके परिणामों से वह चिंतित है। यही कारण है कि वह कांग्रेस कार्यकर्ताओं का मानसिक मनोबल कम करने के लिए इसतरह के माइंड गेम खेल रही है, सर्वाधिक आश्चर्य तो इस बात का है इस कार्य के लिए भाजपा ने अपनी पार्टी में अधिकृत रूप से “न्यू ज्वाइनिंग विभाग” तक बना रखा है,यदि वह अपने स्वयं को विश्व की (कथित) सबसे बड़ी पार्टी प्रचारित कर रही है तो उसे इसतरह की दुकान खोलने क्या जरूरत क्यों आन पड़ी?

मिश्रा ने व्यंग किया कि यही स्थिति रही तो भाजपा नेता आने वाले दिनों में गली-गली ठेला लेकर आवाजें लगाते दिखाई,सुनाई देते फिरेंगे कि “भाजपा ज्वाइन कर लो”!!

मिश्रा ने आज भाजपा में प्रवेश लेने वाले कांग्रेस से कई बार महू निर्वाचन क्षेत्र से निर्वाचित हुए विधायक और इंदौर प्रीमियम कोऑपरेटिव बैंक के उपाध्यक्ष/अध्यक्ष रहे श्री अंतरसिंह दरबार और कांग्रेस पार्टी के टिकट पर महापौर,विधायक व सांसद का चुनाव लड़ चुके श्री पंकज संघवी पर भी जमकर हमला बोला। कहा-श्री दरबार को दरबार की हैसियत ही कांग्रेस ने दी, इन्हें प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष श्री जीतू पटवारी ने समझाइश भी दी किंतु उन्होंने श्री पटवारी को यह बताया कि उन्हें एक कैबिनेट मंत्री ने उक्त कोऑपरेटि बैंक का अध्यक्ष बनाने का वायदा किया है,मेरी उम्र 72 साल है,अगले 5 सालों में 77 साल का हो जाऊंगा! शायद यही उनकी भाजपा के प्रति निष्ठा होगी? दूसरी ओर श्री संघवी तो कभी दिल से कांग्रेसी रहे ही नहीं, उनका पूरा परिवार भू-माफिया रहा है, भूमि संबंधित मामलों में अभी भी सुप्रीम कोर्ट से जमानत पर है, उन्होंने हर चुनाव में कांग्रेस के अधिकृत प्रत्याशी का सेबोटेज कर भाजपा को लाभ पंहुचाया है,संभवत : ये जब जब कांग्रेस के टिकट पर चुनाव लडे तभी इन्होंने और इनके परिवार ने कांग्रेस को वोट दिया होगा ? इन्होंने खुद ही स्वीकारा है कि मेरे स्व.पिता श्री जयंतीलाल संघवी आरएसएस के संस्थापकों में रहे हैं, ऐसी स्थिति में क्या ये वास्तविक कांग्रेसी हो सकते हैं ? ऐसे लोगों को कांग्रेस में शामिल करना ही हमारी पार्टी की बड़ी और अक्षम्य भूल थी, जिसके लिए मैं स्वयं भी वास्तविक पार्टीजनों से क्षमाप्रार्थी हूं।

मिश्रा ने इंदौर अब वास्तव में स्वच्छता अभियान में उत्कृष्ठ वातावरण की ओर अग्रसर हो रहा है।