बिना अनुमति और प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड की एनओसी के अवैधानिक तरीके से संचालित हो रही है ये फैक्ट्रियां..
ग्वालियर 29 जनवरी 2024। ग्वालियर के पुरानी छावनी थाना के आसपास धड़ल्ले से पत्थर कटिंग की बड़ी-बड़ी मशीने चल रही है। हजारों किलो बजन के पत्थर को काटकर यह मशीनें छोटे छोटे पाटिया,बोल्डर, दरवाजे की चौखट बनाने का काम करती है । पत्थर की कटाई बिना पानी के नहीं की जा सकती, उससे निकलने वाला पानी पूरे रहवासी क्षेत्रों को प्रदूषित कर रहा है और पानी उनके घरों में पहुंच रहा है। सैकड़ों कुंटल वजन का पत्थर ट्रैक्टर ट्रालियों द्वारा इन फैक्ट्री तक पहुंचता है तो कॉलोनी की सीवर लाइन ,वाटर लाइन सब डैमेज हो गई है। रात दिन चलती इन मशीनों ने आसपास के रहने वालों का जीना दुश्वार कर दिया है । दो दशक से पहले यह कारखाने यहां पर लगे क्योंकि उस समय यहां किसी भी तरह की बस्ती नहीं थी। शहर बढ़ने के साथ लोगों ने अपने आशियाने बनाकर रहना शुरू कर दिया तो वहीं सरकार ने इन फैक्ट्री को शिफ्ट करते हुए स्टोन पार्क में जगह उपलब्ध करवा दी। लेकिन फैक्ट्री संचालक हर तरह से सक्षम है होने के बावजूद भी अपनी फैक्ट्री को शिफ्ट नहीं कर रहे हैं और रहवासी एरिया में फैक्ट्री संचालित कर रहे हैं। इनके पास न तो कोई प्रदूषण विभाग का अनापत्ति प्रमाण पत्र है और ना ही खनिज विभाग का नवीनीकरण और खनिज विभाग सिर्फ खाना पूर्ति करता नजर आ रहा है । इसी को लेकर रहवासियों ने अवैध पत्थर काटने बाली फैक्ट्रियों का घेराव करते हुए चेतावनी दी है कि अगर अवैध संचालित हो रही इन कारखानों को जल्द यहां से नहीं हटाया गया तो वह कारखानों में तालाबंदी करेंगे।
आज जब प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड के वरिष्ठ अधिकारी श्री सेंगर से में पत्थर कटिंग फैक्ट्रियों को बोर्ड द्वारा अनापत्ति प्रमाण पत्र के संदर्भ में युग क्रांति प्रतिनिधि ने पूछा तो उन्होंने साफ शब्दों में मना करते हुए कहा कि इन फैक्ट्रियों पर तत्काल एक्शन लिया जाएगा और आनंद आनंद में 2 घंटे बाद प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड की टीम शाम को इन फैक्ट्रियों पर निरीक्षण करने पहुंच गयी।
पुरानी छावनी थाना के पास चल रही इन पत्थर कटिंग मशीनों के बारे में जब जिला जिला खनिज अधिकारी प्रदीप भूरिया से पूछा तो उन्होंने कहा कि अभी तक ये मेरी जानकारी में नहीं था अब मेरी संज्ञान में आया है तो इसकी जांच करवा कर जल्द इन फैक्ट्रियों पर कार्रवाई करेंगे।
मामला मेरे संज्ञान में आया है और यह मामला रहवासियों की समस्या से जुड़ा हुआ है, प्राथमिकता के साथ इसकी जांच कराई जाएगी और उचित कार्यवाही की जाएगी..
*ग्वालियर कलेक्टर श्रीमती रुचिका चौहान