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महिला सब इंस्पेक्टर नित्या त्रिपाठी की बर्बरता

बिना कोई जानकारी लिए किया घातक हमला और बना रही है पैसे के लिए दबाव..

ग्वालियर। वैसे तो पुलिस पर गाए बजाएं आरोप लगते रहते हैं मगर जो लोग वर्दी पहन कर अपने आप को सार्वभौमिक सत्ताधारी मानने लगे हैं और मदांध होकर बेपरवाह अपनी मनमानी करते हुए बर्बरता करते रहते हैं जोकि 19 जून 2024 को रात्रि लगभग 9-30 बजे जेऐ हॉस्पिटल के पास दिखाई दी।

जब महिला उप निरीक्षक नित्या त्रिपाठी ने बिना किसी कारण जाने एंबुलेंस चालक राज बहादुर सिंह परिहार पर घातक हमला कर दिया। उनके साथ आए अन्य आरक्षक ने भी लात घूसो से राज बहादुर की पिटाई की इससे राज बहादुर की एक आंख पर गंभीर चोट आई। जिसके चलते उसे कुछ भी दिखाई नहीं दे रहा है। प्राप्त जानकारी के अनुसार एंबुलेंस चालक किसी मरीज को लेने के लिए जेएच हॉस्पिटल जा रहा था तभी रास्ते में एक अन्य कार चालक ने लापरवाही से चलाते हुए एंबुलेंस के बगल से अपनी कार निकाली जो एंबुलेंस में रगड़ते हुए आगे निकल गई उसने कार रोक कर एंबुलेंस को रोका और अपनी रिश्तेदार महिला उप निरीक्षक कंपू थाना नित्या त्रिपाठी को फोन लगाकर बुला लिया। महिला उपरीक्षक ने बिना कुछ पूछताछ किया सीधे राज बहादुर के चेहरे पर मुक्कों की बरसात कर दी,वह कुछ समझ पाए इससे पहले एक अन्य आरक्षक ने भी लात घुसो से राजबहादुर की पिटाई की और उसके बाद उसे धमकी दी कि इस कार के डैमेज में जितना भी पैसा लगेगा वह उसे भुगतना पड़ेगा अन्यथा उसे किसी अन्य केस में फंसा कर एनकाउंटर कर दिया जाएगा। ऐसी स्थिति में राज बहादुर को कुछ समझ नहीं आया वह सोचने लगा कि इतनी सालों तक मरीजों की सेवा करने का यदि यही परिणाम मिलता है तो ठीक है, ईश्वर जो चाह रहा है वही करेगा। उसके बाद वह डॉक्टर के पास पहुंचा मगर तब तक जे ए हॉस्पिटल के आंख विशेषज्ञ डॉक्टर जा चुके थे। दूसरे दिन सुबह पीड़ित ने न्याय के लिए पुलिस अधीक्षक ग्वालियर धर्मवीर सिंह एवं ग्वालियर पुलिस महानिरीक्षक अरविंद सक्सेना को लिखित आवेदन देकर शिकायत दर्ज कराई है ।अब देखना यह है कि यह पुलिस अधिकारी अपनी उपनिरीक्षक को बचाते हैं या फिर राज बहादुर सिंह को न्याय मिलेगा ?