कलेक्टर ने सहायक वार्डन कुशवाह को किया शासकीय कार्य से विरत..
वीडियो वायरल से आगजनी तक की घटनाएं बड़े घटनाक्रम को दबाने की एक साजिश..
भिंड 10 फरवरी 2025। विगत कई दिनों से सुर्खियों में छाये भिंड का ऐ़डोरी स्थिति कस्तूरबा गांधी बालिका छात्रावास में आगजनी की घटना का नया खुलासा हुआ है। जिसमें कलेक्टर द्वारा छात्रावास की सहायक वार्डन को शासकीय कार्य से विरत किया गया है।
गौरतलब है कि इस छात्रावास में चल रही अनियमित्ताओं के चलते गत माह निरीक्षण के लिए मौके पर पहुंचे डीपीसी व्योमेश शर्मा को तत्कालीन वार्डन रुचि भदोरिया द्वारा साजिश में फंसाने की कोशिश की गई। इस पूरी घटना की पड़ताल उपरांत युग क्रांति द्वारा प्रकाशित खबर ने सच्चाई पर से पर्दा हटाया। जिस पर भिंड कलेक्टर संजीव श्रीवास्तव ने तत्काल संज्ञान लेते हुए उक्त वार्डन भदौरिया को दिनांक 5-2- 2025 को पद से हटाते हुए इसी दिनांक को जारी आदेश क्रमांक 229 के अंतर्गत श्रीमती सुभाषिनी भदौरिया को वार्डन के रूप में नियुक्त किया।
उक्त आदेश के अनुपालन में नवनियुक्त वार्डन श्रीमती भदौरिया पदभार ग्रहण करने दिनांक 7-02-2025 को छात्रावास पहुंची मगर छात्रावास अधीक्षक के सामान्य प्रभार पर कार्यरत सहायक अधीक्षिका (वार्डन) श्रीमती नेहा कुशवाह ने कार्यभार सौंपने से इनकार कर दिया। तदुपरांत नवनियुक्त अधीक्षिका भदौरिया ने वहीं मौके पर से वरिष्ठ अधिकारी ऐपीसी (जेंडर) रंधौर यादव को फोन लगाते हुए यथास्थिति से अवगत कराया। जिस पर श्री यादव ने प्रभारी वार्डन को शासकीय आदेश के अनुपालन की समझाइश दी मगर इस संविदा कर्मी नेहा कुशवाह की मघरूरता एवं रुचि भदौरिया के प्रति इसकी परस्ती के चलते एपीसी की एक न चली और आखिरकार नवनियुक्त वार्डन श्रीमती भदौरिया को पदांकित संस्था में जॉइनिंग देनी पड़ी। तदुपरांत इसी शाम बालिका छात्रावास में आगजनी की घटना हुई जिसकी सूचना ऐपीसी यादव को सुभाषिनी द्वारा दी गई।
इस घटना की श्री यादव द्वारा की गई प्रारंभिक जांच के उपरांत कलेक्टर श्रीवास्तव ने आज दिनांक 10-2- 2025 को अपने पत्र क्रमांक/जि.शि.के./जेंडर/2025/266 के माध्यम से आदेशित किया कि “कलेक्टर महोदय के आदेश कमांक 229 भिण्ड के पालन में नवनियुक्त वार्डन श्रीमती सुभाषिनी भदौरिया को कार्यस्थल पर उपस्थित होने के पश्चात भी आपके द्वारा उपस्थिति नहीं दी गई उक्त क्रम में एपीसी जेण्डर जिला शिक्षा केन्द्र भिण्ड द्वारा प्रारंभिक जांच उपरान्त प्रतिवेदन देकर अवगत कराया गया कि एपीसी द्वारा दूरभाष पर सहायक वार्डन को आदेशित करने के पश्चात भी आपके द्वारा आदेश का उल्लंघन किया गया है एंव आपके प्रभार में रहते हुये छात्रावास में आगजनी की घटना घटित हुयी है, जो संदेहास्पद है, जिसमें कार्यालयीन अभिलेख एंव सामग्री नष्ट हुआ है जो कि आपके पदीय दायित्व के निर्वहन में घोर लापरवाही को परिलक्षित करता है। अतः श्रीमती नेहा कुशवाह सहायक वार्डन केजीव्हीबी एण्डौरी को प्रथम दृष्टया दोषी मानते हुये तत्काल प्रभाव से संविदा अधिनियम के अनुरूप शासकीय कार्य से विरत किया जाता है इस अवधि में आधा वेतन प्रदाय किया जायेगा। यह आदेश तत्काल प्रभावशील होगा”।
इसे सहायक वार्डन की हठधर्मिता कहें अथवा रुचि भदौरिया के साथ मिलकर की गई सोची समझी साजिश? जिसके चलते छात्रावास में संचालित संदिग्ध गतिविधियों के साक्ष्यों को मिटाने के लिए इस घटना को अंजाम दिया गया है! झूठे आरोपों के साथ तथाकथित वीडियो वायरल कराने से लेकर आगजनी की ये घटना साफ तौर पर बयां कर रही है कि इस छात्रावास के भीतर ऐसा कुछ भीषण दुष्क्रत्य चल रहा है कि इसको छुपाने और इससे ध्यान भटकाने की खातिर ये षड्यंत्र रचे जा रहे हैं। भले ही रुचि एवं नेहा की युगलबंदी में षडयंत्रों का दौर कितना भी भारी भरकम हो मगर कलेक्टर संजीव श्रीवास्तव के रहते हुए दूध का दूध और पानी का पानी होना निश्चित है जिसके चलते साजिश में संलिप्त हरेक गुनहगार को सजा मिल कर ही रहेगी।
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खबर पर कलेक्टर ने लिया तत्काल संज्ञान, वार्डन को पद से हटाया