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नवरात्रि पर GST सुधारों का ऐलान: विपक्ष ने उठाए सवाल, उपभोक्ताओं को सस्ते घरेलू उत्पादों का लाभ

प्रधानमंत्री ने ‘GST बचत उत्सव’ शुरू किया; विपक्षी नेताओं ने आलोचना की; विशेषज्ञों का कहना – आम जनता को सीधे मिलेगा फायदा

नई दिल्ली 21 सितंबर 2025। नवरात्रि के पहले दिन यानी महालया पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने राष्ट्र के नाम संबोधन में GST सुधारों की घोषणा की और ‘GST बचत उत्सव’ की शुरुआत की। सरकार के अनुसार, इन सुधारों से उपभोक्ताओं को लगभग 2.5 लाख करोड़ रुपए की बचत होने का अनुमान है। नया GST सिस्टम 22 सितंबर यानी कल से लागू होगा।

प्रधानमंत्री ने संबोधन में स्वदेशी उत्पादों को अपनाने और ‘आत्मनिर्भर भारत’ अभियान को बढ़ावा देने पर जोर दिया। उनका कहना था कि देश की आर्थिक मजबूती और हर नागरिक की भागीदारी के लिए स्वदेशी उत्पाद अपनाना जरूरी है।

विपक्ष ने इस कदम पर तीखी प्रतिक्रिया दी है। CPI सांसद पी. संदोष कुमार ने कहा कि”इससे कोई बड़ा बदलाव नहीं आने वाला है… यह प्रधानमंत्री का एक और ‘जुमला’ है। नवरात्रि पर ऐसा करना सिर्फ दिखावा है। बिहार चुनाव की पृष्ठभूमि में इसे समझना चाहिए।”

कांग्रेस ने GST को ‘Growth Suppressing Tax’ करार देते हुए MSMEs के लिए सुधार पर्याप्त न होने का आरोप लगाया। वरिष्ठ नेता मल्लिकार्जुन खड़गे और जयराम रमेश ने कहा कि GST काउंसिल के सामूहिक निर्णय का श्रेय अकेले प्रधानमंत्री को देना गलत है।

ममता बनर्जी और अरविंद केजरीवाल ने भी संबोधन को पुराना और अप्रभावी बताया, साथ ही राज्य सरकारों की भूमिका पर सवाल उठाए।

विशेषज्ञों का कहना है कि GST सुधारों से घरेलू उत्पादों की कीमतें कम होंगी, जिससे आम जनता को सीधा लाभ मिलेगा और बाजार में स्वदेशी उत्पाद सस्ते और किफायती होंगे। राजनीतिक आलोचना और विरोध के बावजूद, उपभोक्ता दृष्टि से यह सुधार सकारात्मक और लाभकारी माना जा रहा है। नवरात्रि के मौके पर हुई घोषणा ने राजनीतिक बहस को नया आयाम दिया है और इसे बिहार चुनाव की पृष्ठभूमि में भी देखा जा रहा है।