🌐 भारत और विश्व के आज के प्रमुख वैश्विक घटनाक्रम
नई दिल्ली- अंतरराष्ट्रीय, 31 अक्टूबर 2025। आज का दिन भारत और विश्व, दोनों ही स्तरों पर ऐतिहासिक घटनाओं का साक्षी रहा। एक ओर भारत में लौह पुरुष सरदार वल्लभभाई पटेल की 150वीं जयंती पर देशव्यापी एकता का उत्सव मनाया गया, वहीं दूसरी ओर वैश्विक मंचों पर भारत की नारी-शक्ति और तकनीकी प्रगति की गूंज सुनाई दी।
🇮🇳 भारत में राष्ट्रीय एकता और स्वास्थ्य की नई मिसालें
गुजरात में आयोजित मुख्य समारोह में प्रधानमंत्री और मुख्यमंत्री सहित वरिष्ठ नेताओं ने सरदार पटेल को नमन करते हुए “राष्ट्रीय एकता दिवस” का संदेश दिया। इस अवसर पर स्टैच्यू ऑफ यूनिटी परिसर में हजारों लोग एकत्र हुए और “एक भारत, श्रेष्ठ भारत” का संकल्प लिया गया।
विशेष बात यह रही कि सरदार पटेल की 150वीं जयंती को भारत के इतिहास का अब तक का सबसे भव्य श्रद्धांजलि समारोह माना गया। इसी क्रम में देश के स्वास्थ्य क्षेत्र से भी गौरवपूर्ण उपलब्धि सामने आई।
“स्वस्थ नारी, सशक्त परिवार” अभियान के तहत भारत ने एक साथ तीन गिनीज़ वर्ल्ड रिकॉर्ड्स बनाकर दुनिया में महिला स्वास्थ्य के क्षेत्र में नई पहचान कायम की। इस अभियान ने यह साबित किया कि ‘सशक्त भारत की नींव, स्वस्थ नारी में है।’
वहीं इसरो (ISRO) ने पर्यावरण संरक्षण की दिशा में एक और बड़ा कदम उठाया है। झारिया कोलफील्ड में हो रहे कोयला-धंसाव और भूमिगत आग की स्थिति को ट्रैक करने के लिए इसरो ने सैटेलाइट मैपिंग समझौते पर काम शुरू किया है। इससे पर्यावरणीय सुरक्षा और औद्योगिक क्षेत्रों की निगरानी को नई गति मिलेगी।
🌍 वैश्विक परिदृश्य: बदलते समीकरण और शांति के संकेत
दुनिया के आर्थिक और राजनीतिक परिदृश्य में भी आज कई अहम घटनाएँ दर्ज हुईं। चीन के राष्ट्रपति शी जिनपिंग ने एशिया-पैसिफिक इकोनॉमिक कोऑपरेशन (APEC) शिखर सम्मेलन में कहा कि “अशांत समय में वैश्विक आपूर्ति श्रृंखला की स्थिरता ही विकास की कुंजी है।” उन्होंने देशों से आर्थिक सहयोग बढ़ाने की अपील की, जबकि अमेरिका के पूर्व राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने इस सम्मेलन से दूरी बनाकर रखी।
उधर, अमेरिकी सीनेट ने ट्रंप प्रशासन द्वारा लगाए गए सैकड़ों अरब डॉलर के आयात शुल्कों को निरस्त करने का प्रस्ताव पारित किया। विश्लेषकों का मानना है कि इससे अंतरराष्ट्रीय व्यापार को नई दिशा मिलेगी और भारत जैसे देशों के लिए निर्यात एवं निवेश के अवसर बढ़ेंगे।
दक्षिण एशिया में भी राहत की खबर आई, जहां पाकिस्तान और अफगानिस्तान के बीच इस्तांबुल शांति वार्ता में अस्थायी युद्धविराम पर सहमति बनी। यह समझौता क्षेत्रीय स्थिरता और आतंकवाद-नियंत्रण की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम माना जा रहा है।
आज के घटनाक्रम इस तथ्य को रेखांकित करते हैं कि भारत न केवल घरेलू मोर्चे पर प्रगति और एकता की नई मिसालें स्थापित कर रहा है, बल्कि वैश्विक मंचों पर भी अपनी सशक्त उपस्थिति दर्ज करा रहा है। राष्ट्रीय एकता, महिला सशक्तिकरण, तकनीकी नवाचार और पर्यावरणीय चेतना – ये सभी पहलू एक नए भारत के उदय की झलक देते हैं।

