जिला स्वास्थ्य समिति एवं दस्तक अभियान जिला टास्क फोर्स की बैठक सम्पन्न
भोपाल 29 मई 2024। कलेक्टर कौशलेन्द्र विक्रम सिंह की अध्यक्षता में आज कलेक्टर कार्यालय सभाकक्ष में जिला स्वास्थ्य समिति की बैठक आयोजित की गई। बैठक में स्वास्थ्य कार्यक्रमों एवं योजनाओं पर विस्तार से चर्चा की गयी. मुख्य कार्यपालन अधिकारी जिला पंचायत भोपाल श्री ऋतुराज, अपर आयुक्त नगर निगम भोपाल सुश्री टीना यादव, मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी भोपाल डॉ. प्रभाकर तिवारी, महिला एवं बाल विकास अधिकारी श्री सुनील सोलंकी एवं विभिन्न स्वास्थ्य संस्थाओं एवं कार्यक्रमों से जुड़े अधिकारी उपस्थित थे। बैठक में उपस्थित.
बैठक की अध्यक्षता करते हुए कलेक्टर श्री कौशलेन्द्र विक्रम सिंह ने कहा कि स्वास्थ्य संस्थाओं में मरीजों को इलाज मिलने में किसी प्रकार की परेशानी एवं देरी नहीं होनी चाहिए। गर्भवती महिलाओं एवं बच्चों से संबंधित सभी स्वास्थ्य सेवाएं उन्हें समय पर उपलब्ध हों। उन्होंने कहा कि यह सुनिश्चित किया जाए कि इन महिलाओं का गर्भावस्था की प्रथम तिमाही में ही पंजीकरण हो जाए, ताकि महिलाओं की सभी जांचें समय पर हो सकें। सिविल अस्पताल डॉ. कैलाशनाथ काटजू में सभी उच्च गुणवत्ता वाली प्रसव सुविधाएं उपलब्ध हैं। यदि आवश्यक हो तो अन्य स्वास्थ्य संस्थान काटजू को रेफरल करते हैं। श्री सिंह ने कहा कि स्वास्थ्य एवं पोषण दिवस पर बच्चे एवं माताएं स्वास्थ्य एवं पोषण से संबंधित विभिन्न सेवाओं के लिए स्वास्थ्य एवं पोषण दिवस पर स्वास्थ्य केन्द्रों एवं आंगनबाडी केन्द्रों पर जाते हैं। यूएचएनडी और वीएचएनडी के मातृ एवं शिशु अनुकूल मॉडल विकसित किये जाने चाहिए।
बैठक में मुख्य ब्लॉक चिकित्सा अधिकारी फंदा डॉ. राकेश कुमार एवं मुख्य ब्लॉक चिकित्सा अधिकारी बैरसिया डॉ. पुष्पा गुरु को उनके विकासखंडों के स्वास्थ्य कार्यक्रमों की जानकारी नहीं देने पर गंभीर नाराजगी व्यक्त करते हुए नोटिस जारी करने के निर्देश दिए गए हैं। सिविल अस्पताल बैरसिया में पोषण पुनर्वास केंद्र का संचालन ठीक से नहीं करने पर यहां पदस्थ पोषण प्रशिक्षक सुश्री पूनम शर्मा को भी नोटिस जारी किया गया है।
बैठक में 25 जून से 27 अगस्त तक संचालित होने वाले दस्तक अभियान की रणनीति पर चर्चा की गई। अभियान की जिला टास्क फोर्स की बैठक को संबोधित करते हुए मुख्य कार्यपालन अधिकारी जिला पंचायत श्री ऋतुराज ने कहा कि 5 वर्ष तक के बच्चों को अभियान की सभी निर्धारित सेवाएँ मिल सकें, इसके लिए माइक्रो प्लान बनाकर कार्य किया जाये। अभियान के दौरान बच्चों में एनीमिया एवं कुपोषण को दूर करने के लिए विशेष प्रयास किये जायें।
बैठक में मातृ मृत्यु मामलों की समीक्षा की गयी. इसके अलावा मातृ स्वास्थ्य, बाल स्वास्थ्य, परिवार कल्याण, संचारी रोग, मलेरिया, टीबी, कुष्ठ रोग, अंधापन नियंत्रण कार्यक्रम, राष्ट्रीय बाल स्वास्थ्य कार्यक्रम, मौखिक स्वास्थ्य, मानसिक स्वास्थ्य कार्यक्रम, एचआईवी, आईडीएसपी सहयोग सहित विभिन्न कार्यक्रमों और अभियानों के कार्यान्वयन के लिए अंतर-विभागीय और समन्वय पर चर्चा की गई.
मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी एवं सचिव जिला स्वास्थ्य समिति भोपाल डॉ. प्रभाकर तिवारी ने बैठक में बताया कि भोपाल जिले में नये स्वास्थ्य संस्थानों के निर्माण के साथ-साथ मौजूदा स्वास्थ्य संस्थानों के उन्नयन का कार्य भी जारी है। गोविंदपुरा में 100 बिस्तर का सिविल अस्पताल और समरधा में 10 बिस्तर का प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र बनकर तैयार हो गया है। सुल्तानिया अस्पताल में 300 बेड का नया अस्पताल बनाया जा रहा है. बैरसिया के सिविल अस्पताल में 50 नये बेड स्वीकृत किये गये हैं, जिनका निर्माण कार्य प्रगति पर है. इसके साथ ही यहां 10 बेड का आईसीयू भी बनाया जा रहा है। जिला अस्पताल में 242 लेवल का नया ब्लॉक तैयार किया जा रहा है। यहां एक एकीकृत जन स्वास्थ्य प्रयोगशाला भी तैयार की गई है।
गांधी मेडिकल कॉलेज, हमीदिया अस्पताल, भोपाल मेमोरियल अस्पताल, गैस राहत अस्पताल, सामाजिक न्याय विभाग, दंड विभाग, महिला एवं बाल विकास विभाग, आयुष विभाग, रेलवे अस्पताल, कस्तूरबा अस्पताल, बीमा अस्पताल सहित स्वास्थ्य विभाग के नोडल अधिकारी, उप -संभागीय चिकित्सा अधिकारी एवं संस्थाओं के प्रभारी शामिल हुए।